Wednesday, May 20, 2020

खराब शिक्षा से मानव जाति पर होने वाले कुप्रभाव।

खराब शिक्षा  का ज्ञान हमारे  नकली संतो , मंडलेशवरो  ,आचार्यों और महंतो ने दिया है । वह हमे नकली ज्ञान देकर हमे  कुप्रथा की ओर बढ़ाते है जैसे विवाह में दहेज देना , मृत्यु के उपरांत भोजन कराना अदि अदि । हमारे समाज जाती कै उपर भेदभाव कराना भी यहि सिखाते हैं अगर हम इनकी मानेगे तो हम भी गलत काम करने लग जाएंगे जैसे नशा करना आदि ।


खराब शिक्षा के कारण हम पढ़े लिखे होने के बावजूद भी समाज के समस्त बुराइयों को छोड़ नहीं सकते क्योंकि हमें आध्यात्मिक नॉलेज नहीं है जब तक हम आध्यात्मिक ज्ञान के अभाव में हैं तब तक हम बुराइयां करते जाते हैं बड़ी से बड़ी बुराइयां हमें छोटी ही नजर आती है चाहे लूट रिश्वत भ्रष्टाचार दहेज प्रथा मृत्यु भोज और अनेक बुराइयां हमारे जीवन में शामिल है जब हमें अपने ग्रंथों का आध्यात्मिक ज्ञान होगा तब हम सभी बुराइयों को छोड़कर सही मार्ग पर चल सकेंगे
आज समाज स्वयं पढ़ा लिखा है अपने धार्मिक ग्रंथों को स्वयं पढ़ें ताकि वर्तमान समय में बुराइयों से बच सकें वर्तमान समय में एक संत है जिन्होंने आध्यात्मिक नॉलेज के आधार से एक स्वस्थ समाज तैयार किया है जिनके शिष्य समाज में फैली सभी बुराइयों से दूर रहते हैं जीवन में भ्रष्टाचार रिश्वतखोरी दहेज प्रथा नशा अन्य बुराइयों से दूर रहते हैं इस पृथ्वी पर संत रामपाल जी महाराज एकमात्र संत है जिन्होंने एक सभ्य समाज तैयार किया है जिन के बताए मार्ग पर चल रहे उनके शिष्य एक नए समाज को जन्म दे रहे हैं

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